ऐसी काटी चुभन दिल पे डसती रही
ऐसे बहकी किस्मत, किस्मत हँसती रही
जब साँपों की बस्ती में आये हो राम
तो कैसे कहूँ जान सस्ती नहीं
वल्लाह ये चंचल
चढ़ने लगी है
आँखों के पीछे
उतरने लगी है
डर लगता है तन्हा सोने में भी
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
_____________________________
झड़ता सा पत्ता मैं गिरती डाल में
अटका हू उसकी लट के बाल में
शर्म कब की कट के हलाल हो गयी
उसकी भरती उमर के नए साल में
वल्लाह ये आदत
गढ़ने लगी है
सारे बदन पर
मढने लगी है
डर लगता है तन्हा सोने में जी
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
___________________________
खुद को झेलें या खेलें भी खुद से हमी
एक लड़की थी, दुनिया में अब है कमी
उम्र कटती नहीं नज़रें हटती नहीं
बस जो देखें वो देखें चाहे हो नमी
वल्लाह ये जान अब
खलने लगी है
करतूतें मन में
पलने लगी हैं
डर लगता है तन्हा सोने में भी
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
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झड़ता सा पत्ता मैं गिरती डाल में
अटका हू उसकी लट के बाल में
शर्म कब की कट के हलाल हो गयी
उसकी भरती उमर के नए साल में
वल्लाह ये आदत
गढ़ने लगी है
सारे बदन पर
मढने लगी है
डर लगता है तन्हा सोने में जी
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
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खुद को झेलें या खेलें भी खुद से हमी
एक लड़की थी, दुनिया में अब है कमी
उम्र कटती नहीं नज़रें हटती नहीं
बस जो देखें वो देखें चाहे हो नमी
वल्लाह ये जान अब
खलने लगी है
करतूतें मन में
पलने लगी हैं
डर लगता है तन्हा सोने में भी
दिल तो बच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी
थोडा कच्चा है जी..
दिल तो बच्चा है जी..
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ReplyDeletesuch imagination!!!..Kudos :)...new reader and u got me hooked!
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